निपुण भारत मिशन:- भारत सरकार देश के हर बच्चे को शिक्षित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी प्रकार, भारत सरकार द्वारा देश के छात्रों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए निपुण भारत मिशन शुरू किया गया है। ताकि नई शिक्षा नीति के माध्यम से देश को अधिक से अधिक शैक्षणिक लाभ मिल सके और साथ ही बच्चों और उनके अभिभावकों को भी शिक्षा मिल सके।
NIPUN भारत मिशन के माध्यम से, उद्देश्य बच्चों के बीच बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक कौशल को बढ़ावा देना है ताकि बच्चे भविष्य में प्रभावी विकास प्राप्त कर सकें। सरकार का प्रयास देश के सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण, बुनियादी शिक्षा प्रदान करके बच्चों के बीच शिक्षा को पूरी तरह से लागू करना है।
आज हमने आपको निपुण भारत योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी लेख के माध्यम से प्रदान की है जैसे निपुण भारत योजना क्या है? इसके उद्देश्य, कार्यान्वयन योजना आदि की जानकारी के लिए आपको इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए।
निपुण भारत मिशन के बारे में जानकारी
योजना का नाम | NIPUN Bharat Mission |
मंत्रालय | केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय |
विभाग | स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग |
शुरुआत की गई | 5 जुलाई 2021 |
लाभार्थी | देश के |
उद्देश्य | ग्रेट 3 तक के बच्चों को आधारभूत साक्षरता संख्यात्मक का ज्ञान प्रदान करना |
वर्तमान वर्ष | 2024 |
आधारभूत साक्षरता तथा संख्यामकता के प्रकार
- मौखिक पठन प्रवाह
- लेखन
- शब्दावली
- डिकोडिंग
- रीडिंग कंप्रीहेंशन
- मौखिक भाषा का विकास
- धवनियात्मक जागरूकता
- कल्चर ऑफ रीडिंग
- प्रिंट के बारे में अवधारणा
मूलभूत संख्यामकता और गणित कौशल
- पैटर्न
- आकार एवं स्थानिक समाज
- मापन
- गणितीय तकनीकें
- पूर्व संख्या अवधारणाएं
- नंबर एंड ऑपरेशन ऑन नंबर
मूलभूत भाषा एवं साक्षरता के प्रमुख घटक
- लेखन
- डिकोडिंग
- शब्दावली
- पढ़ने की संस्कृत
- पढ़ने का प्रभाव
- मौखिक भाषा का विकास
- ध्वनि के माध्यम से जागरूकता
- प्रिंट के बारे में अवधारणा
- रीडिंग कंप्रीहेंशन
कुछ महत्वपूर्ण कदम भाषा और साक्षरता विकास को बढ़ाने के लिए
- अनुभव साझा करना
- ड्रामा और रोल प्ले
- पिक्चर रीडिंग
- अनुभव आधारित लेखन
- मिड डे मील
- शेयर ट्रेडिंग
- एक प्रिंट समृद्धि वातावरण बनाना
- कहानियां एवं कविताएं सुनना, बताना और लिखना
- सॉन्ग एंड राइम्स
- कक्षा की दीवारों का उपयोग करना
- ऊंचे स्वर में पढ़ना
मूलभूत संख्यात्मक और गणित कौशल
- मात्राओं की समझ संख्याओं की तुलना करना
- मात्राओं का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रतिक्रिया का उपयोग करना
- कम या ज्यादा एवं छोटा या बड़ा की समझ विकसित करना
- एकल वस्तु एवं वस्तुओं के समूह के बीच संबंध स्थापित करने की क्षमता
आवश्यकता प्रारंभिक गणित कौशल की
- दैनिक जीवन में तार्किक सोच और तर्क को विकसित करना।
- प्रारंभिक वर्षों के दौरान गणितीय कौशल महत्वपूर्ण होता है।
- आधारभूत संख्यामकता का रोजगार में एवं घरेलू स्तर पर योगदान।
- विद्यार्थियों द्वारा संख्याओं और स्थानीय समाज का दैनिक जीवन में उपयोग किया जा सकता है।
प्रारंभिक गणित के प्रमुख घटक
- पैटर्न
- गणित संचार
- माप तोल
- डाटा संधारण
- आकार एवं स्थानिक समझ
- फ्री नंबर अवधारणा
- नंबर एंड ऑपरेशन एंड नंबर
NIPUN Bharat Mission की कार्यान्वयन प्रक्रिया
निपुण भारत मिशन के अंतर्गत 3 से 9 वर्ष की आयु के बच्चों को शामिल किया गया है। इसके तहत प्री स्कूल 1, प्री स्कूल 2 और प्री स्कूल 3 के अलावा ग्रेड 1, ग्रेड 2 और ग्रेड 3 की कक्षाएं शामिल होंगी. इस उद्देश्य से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 5 स्तरीय प्रणाली स्थापित की जाएगी। जिसमें राष्ट्रीय, राज्य, जिला, ब्लॉक और स्कूल स्तर पर संचालन किया जाएगा।
इन सभी स्तरों पर कार्य एवं योजना की निगरानी नोडल अधिकारी द्वारा की जायेगी। NIPUN भारत मिशन को शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा साक्षरता विभाग द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा। ताकि देश के सभी छात्रों को इन पाठ्यक्रमों में भाषा और गणित का बेहतर ज्ञान प्रदान किया जा सके। वहीं, प्रारंभिक बचपन शिक्षा की नींव को मजबूत करने के लिए सरकारी और गैर सरकारी स्कूल के छात्रों की शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
NIPUN Bharat Mission के भाग
निपुण भारत योजना को केंद्र सरकार द्वारा 17 भागों में विभाजित किया गया है। जिसका विवरण आप नीचे सूची में देख सकते हैं।
- परिचय
- मूलभूत संख्यामकता और गणित कौशल
- स्कूल की तैयारी
- लर्निंग एसेसमेंट
- मूलभूत भाषा और साक्षरता समझना
- शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया / शिक्षक की भूमिका
- शिक्षा और सीखना बच्चों की क्षमता और विकास पर ध्यान
- योग्यता आधारित शिक्षा की ओर स्थानांतरण
- राष्ट्रीय मिशन पहलू एवं दृष्टिकोण
- मिशन कार्यान्वयन में विभिन्न हितग्राहियों की भूमिका
- SCERT और DIET के माध्यम से शैक्षणिक साहित्य
- मिशन की सामरिक योजना
- दीक्षा/NDEAR का लाभ उठाना, डिजिटल संसाधनों का भंडार
- निगरानी और सूचना प्रौद्योगिकी ढांचा
- मिशन की स्थिरता
- माता पिता एवं सामुदायिक जुड़ाव
- अनुसंधान मूल्यांकन एवं दस्तावेजी करण की आवश्यकता
निपुण भारत मिशन के हितधारकों की सूची
- CBSE (सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन)
- राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश (States & UTs)
- सेंट्रल स्कूल आर्गेनाइजेशन
- कम्युनिटी एवं पैरेंट
- मुख्य शिक्षक,प्राइवेट स्कूल
- स्टेट काउंसिल ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग
- नेशनल काउंसिल ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग
- डिस्ट्रिक्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग
- ब्लॉक रिसर्च सेंटर तथा क्लस्टर रिसोर्सेज सेंटर
- डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर एवं ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर
- सिविल सोसाइटी आर्गेनाइजेशन
- गैर सरकारी संगठन (Non Government Organization)
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NIPUN Bharat Mission का पूरा नाम National Initiative For Proficiency in Reading with Understanding & Numeracy है।
निपुण भारत मिशन की शुरुआत शिक्षा विभाग द्वारा 5 जुलाई 2021 को की गई।
निपुण भारत योजना के अंतर्गत देश के कक्षा 3 से 6 तक पढ़ने वाले बच्चों को लाभ मिलेगा।