मंडी/जोगिंदरनगर/धर्मपुर/नेरचौक। शिमला में मंडी के संजौली और जेल रोड पर एक मंदिर के कथित अवैध निर्माण और आव्रजन पंजीकरण के मुद्दे को लेकर रविवार को मंडी जिले में सुबह 9 बजे से 11 बजे तक बाजार बंद रहे। इस बीच लोगों को चाय, नाश्ता और अन्य जरूरत का सामान खरीदने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
छोटी काशी मंडी में सुबह 9 बजे से 11 बजे तक दुकानें बंद रहीं, हालांकि कुछ जगहों पर कुछ दुकानें खुली रहीं। सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों को हुई जो खाने-पीने के लिए पूरी तरह से दुकानों और ढाबों पर निर्भर थे। वहीं, सुबह में दुकानें बंद होने के कारण कई किराए के अपार्टमेंट के निवासियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ा। 11 बजे बाजार खुले तो रौनक लौट आई।
छोटी काशी मंडी के चौहाटा बाजार, गांधी चौक, मोती बाजार, समखेतर, भूतनाथ बाजार, चंद्र लोक, स्कूल बाजार, अस्पताल मार्ग, रामनगर, पड्डल सहित सभी बाजार बंद रहे। मंडी व्यापार मंडल के प्रधान राजेश महेंद्रू ने शुक्रवार शाम को सभी दुकानदारों और कारोबारियों को शनिवार सुबह अपनी दुकानें बंद रखने का आह्वान किया गया
इंदिरा मार्केट कारोबारी एसोसिएशन के प्रधान अशोक शर्मा के अलावा हरमीत सिंह, रामेश्वर, अजय, राजेंद्र कुमार सहित अन्य कारोबारियों ने कहा कि मंडी में मस्जिद मामले को लेकर उपजे विवाद और प्रवासी लोगों का थानों में पंजीकरण न होने पर बंद रखा गया। हालांकि इस दौरान लोगों को दो घंटे तक ही परेशानी झेलनी पड़ी। 11 बजे सभी दुकानों को खोल दिया गया।
उधर, जोगिंद्रनगर में भी शनिवार सुबह कारोबारियों ने आक्रोश रैली निकाल कर नारेबाजी की। स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने सुबह 10 बजे पठानकोट चौक पर एकत्रित होकर शहर के लक्ष्मी बाजार, बस अड्डा, रेलवे स्टेशन चौक, सनातन धर्म सभा सड़क से होकर लघु सचिवालय तक विरोध रैली निकाली। महात्मा अभिचल दास की अगुवाई में लोगों ने शहर के मुख्य चौराहों पर प्रदर्शन किया।
उधर, नेरचौक में भी दो घंटों तक पूरा बाजार बंद रहा। बाजार में 9ः00 से 11 बजे तक दो घंटों तक सन्नाटा पसरा रहा। बहुत से लोगों को ढाबे और चाय की दुकानों सहित मेडिकल स्टोर के आसपास दुकानदारों का इंतजार करते हुए देखा गया।
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