अगर आप भी तेज पत्ते की खेती करना चाहते हैं तो इस लेख में आपको Tej Patta ki kheti कैसे करें (Bay Leaf Farming in Hindi) और तेज पत्ते की कीमत के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
Tej Patta ki kheti के लिए उपयुक्त भूमि (Bay Leaf Cultivation Land)
तेज़ पत्ते उगाने के लिए उपजाऊ मिट्टी उपयुक्त होती है। इसके अलावा तेज पत्ते के पेड़ जैविक मिट्टी में तेजी से बढ़ते हैं। इसकी खेती के लिए 6 से 8 पीएच वाली मिट्टी उपयुक्त होती है। तेजपत्ता के पौधों को उष्ण और ठंडी जलवायु में सफलतापूर्वक उगाया जा सकता है।
तेज पत्ता पौध रोपाई (Bay Leaf Transplanting)
तेज पत्ता की बुवाई बीज के रूप में न करके पौध तैयार कर की जाती है, क्योकि बीजो से फसल उगाना काफी मुश्किल होता है |
इसे बीज के रूप में उगाना कठिन है, आंशिक रूप से बोए गए बीजों के अंकुरण, नई शाखा वाले बीजों के अंकुरण और दीर्घकालिक अंकुरण दर अक्सर 40 प्रतिशत तक होने के कारण, सूखे बीजों का अंकुरण बहुत कम हो जाता है। इसके बीजों को अंकुरित होने में 50 दिन या उससे अधिक का समय लग सकता है।
तेज पत्ता पौध रोपाई (Bay Leaf Transplanting)
Tej Patta ki kheti को बीज से नहीं बल्कि पौध को तैयार करके उगाया जाता है क्योंकि बीज से फसल उगाना बहुत मुश्किल होता है। इसे बीज के रूप में विकसित करना कठिन है, आंशिक रूप से बोए गए बीजों के अंकुरण, शाखा से अलग हुए नए बीजों के अंकुरण और दीर्घकालिक अंकुरण दर अक्सर 40 प्रतिशत तक होने के कारण, सूखे बीजों का अंकुरण बहुत कम हो जाता है।
इसके बीजों को अंकुरित होने में 50 दिन या उससे अधिक का समय लग सकता है। यह भी जोखिम है कि बीज अंकुरित होने से पहले ही सड़ जायेंगे। इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पौध उगाना सबसे अच्छा है।
जब पौधे लगाए जाते हैं तो खेत में पौधों के बीच 4 से 6 मीटर की दूरी रखते हुए गड्डे तैयार की जाती है। इसके अलावा, पौधों को कीट रोगों से बचाने के लिए हर हफ्ते नीम के तेल का छिड़काव किया जाता है।
तेज पत्ता के पौधों की सिंचाई (Bay Leaf Plants Irrigation)
Tej Patta ki kheti की फसल में सिंचाई की बहुत कम आवश्यकता होती है। गर्मियों में इसके पौधों को सप्ताह में एक बार पानी देना चाहिए और बरसात के मौसम में फसल को तभी पानी दें जब समय पर बारिश न हो, अन्यथा न दें। सर्दियों में आवश्यकतानुसार हल्की सिंचाई की जा सकती है, लेकिन पौधों को सर्दियों में पाले से बचाना ज़रूरी है।
Tej Patta ki kheti के रोग (Bay Leaf Diseases)
- Tej Patta ki kheti के पौधों में बहुत कम कीट और बीमारियाँ पाई जाती हैं, लेकिन कुछ सामान्य कीट हैं, जो तेजपत्ता की फसल में पाए जा सकते हैं। इसमें मूंगा, एफिड्स और माइट्स के घने पैच शामिल हैं।
- पौधों को इन कीड़ों के प्रकोप से बचाने के लिए फसलों पर नीम के तेल का छिड़काव करें और पौधों के आसपास खरपतवार उगने से रोकें, खरपतवार दिखने पर फसल की गुड़ाई कर सफाई कर देनी चाहिए | इसके अलावा उत्तम पैदावार के लिए समय-समय पर पौधों की छटाई करे |
तेज पत्ता का भाव (Bay Leaf Price)
Tej Patta ki kheti के पौधे बुआई के 6 साल बाद तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते हैं। इस दौरान इसकी पत्तियों को काटकर किसी छायादार जगह पर रख लें और अच्छी तरह सुखा लें। यदि आप तेल का उत्पादन करवाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको आसवन मशीन का उपयोग करना होगा। बाजार में तेजपत्ते की कीमत 2100 रुपये से लेकर 2300 रुपये तक है, जो किसानों के लिए काफी मुनाफे वाली फसल हो सकती है.
Tej Patta ki kheti FaQ
Q. तेजपत्ता का पेड़ कैसे लगाया जाता है?
Ans. तेज पत्ते को बीज से नहीं बल्कि पौध को तैयार करके उगाया जाता है क्योंकि बीज से फसल उगाना बहुत मुश्किल होता है। इसे बीज के रूप में विकसित करना कठिन है, आंशिक रूप से बोए गए बीजों के अंकुरण, शाखा से अलग हुए नए बीजों के अंकुरण और दीर्घकालिक अंकुरण दर अक्सर 40 प्रतिशत तक होने के कारण, सूखे बीजों का अंकुरण बहुत कम हो जाता है। इसके बीजों को अंकुरित होने में 50 दिन या उससे अधिक का समय लग सकता है।
Q. तेजपत्ता क्या भाव है?
Ans. 3500 / क्विंटल
Q. तेज पत्ता कहां उगाया जाता है?
Ans. भारत, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और चीन
Q. तेजपत्ता किस राज्य में उगाया जाता है?
Ans. भारत, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, बिहार, केरल और कर्नाटक में उगाया जाता है
Q. तेज पत्ता कौन से पेड़ का होता है?
Ans. सिनामोमम वंश के लौरेसी परिवार का पौधा होता है
Tej Patta ki kheti | तेजपत्ता की खेती कैसे करे | Bay Leaf Farming in Hindi | तेजपत्ता का भाव किसान भाइयो अगर आप jagokisan.com द्वारा दी गई जानकारी से संतुष्ट है तो plz like करे और शेयर करे ताकि किसी दूसरे किसान भाई की भी मदद हो सके|