Mirch Ki Kheti Me Kon Sa Khad Dale

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Mirch Ki Kheti Me Kon Sa Khad Dale 2024 | मिर्च की खेती में कौन सा खाद डालें (बुवाई से लेकर कटाई तक पूरी जानकारी)

Mirch Ki Khetiमें किन किन बातो पर ध्यान देना चाहिए।

Mirch Ki Kheti अच्छी उपजाऊ मिट्टी में करनी चाहिए. मिर्च के पौधों की बेहतर वृद्धि और अधिक उपज के लिए। उस मिट्टी का पी.एच. जिसमें मिर्च उगाया जाता है मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए. मिर्च के रोपण की तैयारी में, मिट्टी को दो से तीन बार गहरी जुताई करके समतल करना चाहिए ताकि मिर्च के रोपण में जल संचयन की कोई समस्या न हो।

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मिर्च की फसल को अच्छी तरह से सूखा होना चाहिए, अन्यथा मिर्च के पेड़ में जड़ सड़न रोग लग जाता है। ताजा और मिर्च का पौधा धीरे-धीरे सूख जाता है। मिर्च के पेड़ के लिए ठंडी जलवायु अनुकूल मानी जाती है।

अत्यधिक वर्षा या अत्यधिक गर्मी मिर्च की खेती के लिए हानिकारक कारक है। मिर्च के पौधे मध्यम तापमान और मध्यम वर्षा में पनपते हैं और उच्च पैदावार देने में भी सक्षम होते हैं।

मिर्च के पेड़ में सर्दियों में ठंड का मौसम बहुत विनाशकारी होता है और इस ठंड के कारण मिर्च के पेड़ में को कड़वा रोग उत्पन्न हो जाता है और मिर्च के पेड़ का विकास रुक जाता है।

मिर्च के बीजों को अंकुरित होने के लिए उचित तापमान की आवश्यकता होती है। मिर्च के बीज की बुवाई आप अप्रैल माह में धरु कर शकते है। और इस बीज की गहराई मिट्टी में 0.25 इंच की रखनी चाहिए। और इस बीज से अंकुरित पौधे को मुख्य खेती में जून माह में बुवाई कर देनी चाहिए। इन के अलावा भी मार्च से जून एवं जुलाई से अक्तूबर माह में भी मिर्च की बुवाई कर शकते है। मिर्च के पौधे बुवाई के बाद 80 से 90 दिन के बाद पैदावार देते है।

Mirch Ki Kheti में कई सारे रोग एवं कीट अटेक करते है। मिर्च की खेती में इस प्रकार के रोग एवं किट अटेक करते है। जड़ गलन, पति गलन, निमोटेड, बैक्ट्रियल विल्ट, लिफ़ ब्लाइट, ऐंथरैकनोज, छछिया रोगी, माहु, हरी तेला, थ्रिप्स, सफेद मक्खी, पान कथिरी, हरी इली, इस प्रकार के रोग एवं कीट मिर्च की फसल में ज्यादा तर दिखाई देते है।

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Mirch Ki Kheti में सिंचाई की जरूरत कम पड़ती है। मिर्च के पौधे पर जब फूल फल आने लगे तब सिंचाई जरूरत मुजब करनी चाहिए। और ज्यादा पानी भराव से मिर्च के पौधे के जड़ गलन रोग एवं फंगस पैदा होते है। इस लिए मिर्च की खेती में सिंचाई जरूरत मुजब करनी चाहिए।

मिर्च की कटाई दो प्रकार से करते है। एक हरी मिर्च की कटाई और लाल मिर्च की कटाई इस प्रकार से मिर्च की कटाई करते है। मिर्च की कटाई आप बुवाई के बाद 80 से 90 दिन के बाद कर शकते है। अगर आप एक हेक्टर में मिर्च की खेती करे तो उपज 170 से 200 क्विंटल हरी मिर्च प्राप्त कर शकते है और 25 से 35 क्विंटल लाल मिर्च प्राप्त कर शकते है।

Mirch Ki Kheti में कौन सा खाद डालें

 

  • सड़ा हुआ गोबर : एक हेक्टर में 12 से 15 टन देशी खाद अच्छे से सड़ा हुआ गोबर डालना चाहिए।
  • नाइट्रोजन : नाइट्रोजन पौधे को वातावरण में से 80% किलता है और 4% पानी के माध्यम से मिलता है। इस के आलावा एक हेक्टर में हम 70 से 80 किलो नाइट्रोजन डाल शकते है। नाइट्रोजन का मुख्य हेतु है पौधे या बेल की वृद्धि करना।
    फास्फोरस : हम एक हेक्टर में फास्फोरस 35 से 40 किलो डाल शकते है। इस का माप जमीन की H.P मान के डालना चाहिए। इस तत्व का मुख्य कार्य है पौधे या बेल पर फूल की वृद्धि, फल की वृद्धि और पौधे में रोग प्रति कारक शक्ती बढ़ा देना। इस के आलावा भी ए तत्व कार्य करते है फल के आकर को बढ़ता है।
    पोटाश : हम एक हेक्टर में पोटाश 35 से 40 किलो डाल शकते है। इस तत्व का मुख्य कार्य है पौधे के जड़ो को विक्षित करना और कई रोग एवं कीट से बचाते है। जब किसी भी पौधे या बेल की जड़ मजबूती से जमीन के साथ जुड़ जाती है। पोटाश देने से पौधे की कोशिका की दीवारे मजबूत होती है और तने या बेल के कोष्ट की बड़ोतरी होती है
  • 1) जब फसल 18 दिन की हो जाए तब पहली खाद मरिनो 2 लीटर +थायमेथोकझाम 250 ग्राम +20:20:20 एच-डी 800 ग्राम पानी के साथ दीजीए।
    2) जब फसल 24 दिन की हो जाए तब दूसरी खाद यूरिया 3 किलोग्राम +एग्रोमीन मेक्ष 2.5 किलोग्राम पानी के साथ दीजीए।
    3) जब फसल 27 दिन की हो जाए तब 11:52:00 एच-डी + फरटिशोल 3 किलोग्राम पानी के साथ दीजीए।
    4) जब फसल 33 दिन की हो जाए तब तीसरी खाद 11:52:00 एच-डी 800 ग्राम + चेलामीन 1 किलोग्राम पानी के साथ दीजीए।
    5) जब फसल 38 दिन की हो जाए तब चौथी खाद” एकवाकल 2.5 लीटर बोरान 20% 1 किलोग्राम पानी के साथ दीजीए।
    6) जब फसल 42 दिन की हो जाए तब 00:52:34 एच-डी + हाइड्रोप्रो गोल्ड 2 लीटर पानी के साथ दीजीए।
    7) जब फसल 46 दिन की हो जाए तब 00:52:34 एच-डी + एग्री प्रो 1 किलोग्राम पानी के साथ दीजीए।
    8) जब फसल 51 दिन की हो जाए तब एकवाकल 2.5 लीटर बोरान 20% 1 किलोग्राम पानी के साथ दीजीए।
    9) जब फसल 56 दिन की हो जाए तब फरटिशोल 6 किलोग्राम + मरिनो 2 लीटर पानी के साथ दीजीए।
    10) जब फसल 60 दिन की हो जाए तब “कोंबीकेल 6 किलोग्राम + बोरान 20% 1 किलोग्राम पानी के साथ दीजीए
    11) जब फसल 64 दिन की हो जाए तब 13:00:45 एच-डी 800 ग्राम + हाइड्रो प्रो 2 लीटर पानी के साथ दीजीए।
    12) जब फसल 66 दिन की हो जाए तब 13:00:45 एच-डी 800 ग्राम पानी के साथ दीजीए।
    13) जब फसल 70 दिन की हो जाए तब 00:00:50 एच-डी 1600 ग्राम पानी के साथ दीजीए
    14) जब फसल 72 दिन की हो जाए तब 00:00:50 एच-डी 1600ग्राम पानी के साथ दीजीए।
    15) 72 दिन की खाद सिडयुल देते ही आपकी फसल पक जाती है।ओर बड़े बड़े फल की कटाई करके आप नजदीकी बाजार में बेचने के लिए ले जा शकते है।

 Kalihari Ki Kheti 2024

FaQ

Q.Mirch Ki Kheti बक और कैसे करनी चाहिए ?

Ans.मिर्च की खेती मार्च से जून और जुलाई से अक्टूबर तक की जा सकती है। नारियल के बीज बोने से और जब बीज से पौधे अंकुरित हो जाएं तो उन्हें मुख्य खेत में बोया जा सकता है।

Q.मिर्च के पौधे कितने दिन में फल देते है ?

Ans.मिर्च के पौधे बुवाई के बाद 80 से 90 दिन बाद फल देते है।

Q.एक हेक्टर में मिर्च की उपज कितनी प्राप्त होती है ?

Ans.एक हेक्टर में हरे मिर्च 170 से 200 क्विंटल और लाल 25 से 35 क्विंटल तक

 

Mirch Ki Kheti Me Kon Sa Khad Dale 2024 | मिर्च की खेती में कौन सा खाद डालें (बुवाई से लेकर कटाई तक पूरी जानकारी)
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