अगर आप भीSupari ki khetiकी योजना बना रहे हैं तो इस लेख में आपकोSupari ki kheti (Betel Nut खेती इन हिंदी) के बारे में बताया जा रहा है और बताया जा रहा है कि सुपारी का उत्पादन कितना होता है।
Supari ki kheti के लिए उपयुक्त भूमि (Betel Nut Crop Suitable Land)
Supari ki khetiको किसी भी मिट्टी में उगाया जा सकता है। जैविक सामग्री युक्त दोमट चिकनी मिट्टी में सुपारी का अच्छा उत्पादन प्राप्त होता है|। इसकी खेती में मिट्टी 7 से 8 पी.एच. मूल्यों के बीच होना चाहिए. इसकी खेती भूमध्य रेखा के 28 डिग्री उत्तर और 28 डिग्री दक्षिण के क्षेत्रों में सबसे अच्छी होती है।
Supari ki kheti की उन्नत किस्में (Betel Nut Improved Varieties)
- मंगला
- सुमंगला
- श्री मंगला
- मोहित नगर
- हिरेहल्ली बौना
Supari ki kheti की तैयारी (Betel Nut Field Preparation)
Supari ki khetiउत्पादन में मुलायम मिट्टी की आवश्यकता होती है। इसलिए खेत की सफाई कर उसकी अच्छी तरह से जुताई कर दे| जुताई के बाद खेत में पानी लगाकर सूखने के लिए छोड़ दे|
जुताई के बाद खेत में पानी लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें. इसके बाद यदि खेत सूखा है तो रोटावेटर लगाकर बारीक जुताई करके खेत की मिट्टी को समतल कर लिया जाता है।
इस भुरभुरी मिट्टी पर पैर रखकर जमीन को समतल करें। इसके बाद सुपारी के पौधे लगाने के लिए 2.7 x 2.7 मीटर की दूरी पर गड्डोकी एक श्रृंखला तैयार की जाती है। ये सभी ट्रेंच 90 x 90 x 90 सेमी आकार की होनी चाहिए। इन गड्डोमें ही सुपारी के पौधे उगाये जाते हैं।
सुपारी की फसल में खाद (Betel Nut Manure)
जब सुपारी के पौधे 5 वर्ष या उससे अधिक पुराने हो चुके होते है, तब 10 से 20 KG पुरानी सड़ी गोबर की खाद प्रत्येक पौधे को दे|इसके अलावा फास्फोरस 40 जीएम, नाइट्रोजन 100 जीएम और पोटाश 140 जीएम प्रति पौधा उर्वरक दें. यह उर्वरक जनवरी से फरवरी माह के दौरान देना चाहिए।
सुपारी का पौध रोपण (Betel Nut Planting)
सुपारी के पौधों की रोपाई बीज से पौध को तैयार कर करते है| इसके लिए बीजो को क्यारियों में तैयार कर लिया जाता है| इसके बाद इन पौधों को ग्रीनहाउस से निकालकर खेत में उगाया जाता है. ये सभी पौधे 12 से 18 महीने के बीच के होने चाहिए.
जब पौधे रोपे जाते हैं तो खेत की जुताई करके नालियाँ बनाई जाती हैं. इसके बाद गड्ढों की तैयार कतार में सड़ी गोबर की खाद और कम्पोस्ट खाद को मिट्टी में अच्छी तरह मिला दें और गड्ढों को भर दें. इस पौधे को जून से जुलाई के महीने में लगाना सबसे अच्छा होता है.
सुपारी के खेत की सिंचाई और खरपतवार नियंत्रण (Betel Field Irrigation and Weed Control)
सुपारी की फसल में खरपतवार नियंत्रण निराई-गुड़ाई से होता है। इसके पौधों को साल में केवल दो से तीन बार ही खाद की जरूरत होती है। इसके अलावा पौधे को विशेष सिंचाई जल की आवश्यकता नहीं होती. पौधों को नवंबर से फरवरी के महीने में और मार्च से मई के महीने में सप्ताह में एक बार पानी देना चाहिए।
सुपारी का रेट (Betel Nut Rate)
सुपारी के पौधों को फल देने में 5 वर्ष से अधिक समय लगता है। इसकी फसल की कटाई तब करनी चाहिए जब तीन-चौथाई पौधे पक जाएं। सुपारी की बाजार कीमतें भी बहुत अच्छी हैं, 400 रुपये से लेकर 600 रुपये प्रति किलोग्राम तक। किसान भाई सुपारी की फसल से भी अच्छी आमदनी कमाते हैं.
Supari ki kheti FaQ
Q. सुपारी का पेड़ कितने साल में फल देता है?
Ans. 3-4 सालों में
Q. सुपारी की खेती कहाँ होती है?
Ans. भारत में सुपारी की खेती समुद्र तटीय इलाकों में की जाती है। भारत में असम, पश्चिम बंगाल, केरल और कर्नाटक में खूब होती है।
Q. सुपारी कौन से राज्य में पैदा होती है?
Ans. कर्नाटक, केरल और असम
Q. सुपारी कितने रुपए किलो मिलती है?
Ans. 400 रूपए से लेकर 600 रूपए प्रति किलो तक
Q. एक एकड़ में कितने सुपारी लगाए जा सकते हैं?
Ans. प्रति एकड़ 600 पौधे
Q. सुपारी के पेड़ के लिए कौन सी मिट्टी सबसे अच्छी होती है?
Ans. मुलायम मिट्टी
सुपारी कितने दिन में तैयार होता है?
Ans. 12-18 महीने में
Ans. सबसे अच्छी सुपारी कौन सी होती है?
Ans. मंगला
सुमंगला
श्री मंगला
मोहित नगर
हिरेहल्ली बौना
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